-Ashwani Mathur
बीस साल बाद, जब सवेरा होगा नया,
नन्हें कदमों में होगा उम्मीदों का दिया।
हर बच्चा, हर बच्ची, खुले आकाश में उड़े,
नफ़रत, भेदभाव से दूर, प्यार का रंग चढ़े।
सपने होंगे साकार, बिना डर और संकोच के,
ज्ञान की रौशनी से भरें हर छोटे दिल के कोने।
उनकी दुनिया होगी शांति से भरी,
जहाँ हर राह होगी सम्मान से खुली।
नारी-पुरुष के बीच फर्क मिट चुका होगा,
समान अवसर, समान अधिकार हर दिल में होगा।
भ्रष्टाचार की छांव कहीं नहीं होगी,
देश-विदेश में दोस्ती, दुश्मनी की कोई भूमिका नहीं होगी।
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